व्यंग्य - प्रेमिका को खुश रखने के नायाब नुस्खे

हर प्रेमी को अपनी प्रेमिका को खुश रखने की हर संभव कोशिश करनी चाहिए. हर जोखिम उठाना चाहिए. कई बार प्यार की खातिर जान की बाजी भी लगानी पड़ती है. आशा का आंचल थामे रखना पड़ता है. प्रेमी को आशा करनी चाहिए कि एक न एक दिन उस की प्रेमिका उस की पत्नी अवश्य आज के जमाने में कुछ प्रेमी तो बढ़ती उम्र में भी प्यार की गोटियां जमाने में लगे रहते हैं. अपनी युवा या पक्की उम्र की प्रेमिका को रिझाने व खुश करने में लगे रहते हैं. उन को पत्नी के रूप में दिल के सिंहासन पर विराजमान करने हेतु लालायित रहते हैं. ऐसे प्रेमियों को कौन अपना दिल नहीं देना चाहेगा? हां, इन महान प्रेमियों से प्रेरणा ले कर प्रत्येक युवाप्रेमी को अपनी प्रेमिका को खुश रखने का भरपूर प्रयास करना चाहिए, तभी तो उसे अपनी जानेमन से भरपूर प्यार मिलेगा.

प्रेमिका को खुश रखने के ढेरों नुसखे मौजूद हैं. उसे अलगअलग मौकों पर अलगअलग खूबसूरत नामों से पुकारना चाहिए. जैसे माई स्वीट हार्ट, माई हार्ट बीट. हाय रूपसी, ओ मेरी हंसिनी, रूप की रानी, चांद की चांदनी, महकती कली या हुस्न परी आदि

अगर प्रेमी के दिमाग की बंजर भूमि में खूबसूरत नाम न उगते हों यानी उसे ऐसे नाम न सूझते हों, तो उसे आशिकमिजाज किसी कवि या गीतकार से मदद लेनी चाहिए. कवियों और गीतकारों को युवतियों के बहुत सुंदरसुंदर नाम सूझते हैं. ये कवि और गीतकार बेहद आशिकमिजाज यानी रोमांटिक होते हैं. सुर्ख गुलाब जैसी, तीखी भौं व बड़ीबड़ी आंखों वाली, घनी, काली जुल्फों वाली, पतले होंठों एवं पतली कमर वाली ऊंचीलंबी कोई प्रेमिका हो, तब उस के रूपसौंदर्य की प्रशंसा करना कतई मुश्किल नहीं होता. हां, एक मुसीबत अवश्य होती है कि बला की खूबसूरत प्रेमिका को खुश रखना बहुत मुश्किल होता है. फिर भी उस से प्यार पाने हेतु, उसे खुश रखने की जीतोड़ कोशिश तो करनी ही पड़ती है. अत: हिम्मत व हौसले से उसे खुश रखने में जुट जाना चाहिए.

प्रेमिका यदि खूबसूरत न हो तब भी दिल खोल कर उस के हुस्न की तारीफ करनी चाहिए, क्योंकि प्रेम दिल से किया जाता है और दिल किस पर कब फिदा हो जाए कहा नहीं जा सकता. वैसे भी मुहब्बत का तकाजा है कि कद्र और तारीफ गुणों की व योग्यता की होनी चाहिए. बाहरी सुंदरता से कहीं श्रेष्ठ होती है अंदरूनी सुंदरता. बाहरी तौर पर दिखने में सुंदरसलौनी प्रेमिका किसी बात पर नाराज हो कर अपने घर वालों से या पुलिस वालों से पिटवा दे या फिर गुंडेबदमाशों से हड्डीपसली तुड़वा दे तो दिन में तारे नजर आ जाते हैं. हिंदी कवि जयशंकर प्रसाद ने कहा भी है कि कटार यदि सोने की भी हो, तो उसे अपने सीने में भोंका नहीं जा सकता. इसलिए सोने की कटार जैसी आकर्षक व सुंदर मगर स्वभाव की तीखी प्रेमिका से बहुत सावधानी से प्रेम करना पड़ता है, निभाना पड़ता है. प्रेमी का हौसला और सीना फौलाद जैसा मजबूत होना चाहिए. प्रेमी को अपनी प्रेमिका की दिल खोल कर प्रशंसा करने के अलावा बटुआ, तिजोरी खोल कर या फिर बैंक, एटीएम से रुपए निकलवा कर या क्रैडिट कार्ड का उपयोग कर प्रेमिका की प्रत्येक ख्वाहिश, फरमाइश पूरी करने की कोशिश करनी चाहिए.

कई आशिक अपनी माशूका को खुश रखने के लिए बैंकों में डाका डालते हैं. जेसीबी मशीन द्वारा एटीएम उखाड़ ले जाते हैं. जेबतराशी या चोरी करने का काम करते हैं. जेल जाने से डरते नहीं. कुछेक को तो फांसी पर चढ़ना भी कबूल होता है. शायद वे शादी के बाद की कैद या गुलामी भोगने से बचना चाहते हैं. किंतु गैरकानूनी ढंग अपना कर आशिकों को माशूकाओं की मुहब्बत, हासिल करने की अपेक्षा कानूनी व अच्छे ढंग अपनाने चाहिए. आशिक बेशक अपना जन्मदिन याद न रखे, लेकिन अपनी प्रेमिका का जन्मदिन कभी नहीं भूलना चाहिए. 

अपने पास पैसे न हों, तो भी किसी से उधार ले कर प्रेमिका को उस के जन्मदिन पर ‘हैप्पी बर्थडे टू यू’ कहते हुए कोई बढि़या उपहार भेंट करना चाहिए ताकि बदले में प्यार हासिल हो सके. माशूका के परिजनों की चिरौरीचाकरी करनी चाहिए. वे बेशक माने हुए ठग या बेईमान हों, दिल खोल कर, झूठी ही सही, उन की प्रशंसा करनी चाहिए. अब कई युवकयुवतियों के परिजन बहुत समझदारी से काम लेते हैं. वे धमकाते नहीं हैं. अदालत में प्रेमविवाह करने पर अपने युवा बेटेबेटियों को फोकट में अपना आशीर्वाद ही तो देना होता है. अत: हंसतेहंसते दे देते हैं. यों भी आजकल महगाई के कारण एक शादी पर बहुत रुपए खर्च हो जाते हैं. फिर मातापिता की खुशी व सहमति समाज की खुशी व सहमति से कहीं बढ़ कर होती है.

आपसी समझबूझ, प्यार और स्नेह से प्रेमविवाह गारंटीड सफल होते हैं. हां, फैशन और प्रेमविवाह के दौर में गारंटी की परवा करता ही कौन है? इसलिए मनचाहा प्यार पाने की कोशिश करते रहना चाहिए. खुशीखुशी प्यार बांटते व लुटाते रहना चाहिए और अपनी प्रेमिका को खुश रखना चाहिए.

हर प्रेमी को अपनी प्रेमिका को खुश रखने की हर संभव कोशिश करनी चाहिए. हर जोखिम उठाना चाहिए. कई बार प्यार की खातिर जान की बाजी भी लगानी पड़ती है. आशा का आंचल थामे रखना पड़ता है. प्रेमी को आशा करनी चाहिए कि एक न एक दिन उस की प्रेमिका उस की पत्नी अवश्य आज के जमाने में कुछ प्रेमी तो बढ़ती उम्र में भी प्यार की गोटियां जमाने में लगे रहते हैं. अपनी युवा या पक्की उम्र की प्रेमिका को रिझाने व खुश करने में लगे रहते हैं. उन को पत्नी के रूप में दिल के सिंहासन पर विराजमान करने हेतु लालायित रहते हैं. 

ऐसे प्रेमियों को कौन अपना दिल नहीं देना चाहेगा? हां, इन महान प्रेमियों से प्रेरणा ले कर प्रत्येक युवाप्रेमी को अपनी प्रेमिका को खुश रखने का भरपूर प्रयास करना चाहिए, तभी तो उसे अपनी जानेमन से भरपूर प्यार मिलेगा. प्रेमिका को खुश रखने के ढेरों नुसखे मौजूद हैं. उसे अलगअलग मौकों पर अलगअलग खूबसूरत नामों से पुकारना चाहिए. जैसे माई स्वीट हार्ट, माई हार्ट बीट. हाय रूपसी, ओ मेरी हंसिनी, रूप की रानी, चांद की चांदनी, महकती कली या हुस्न परी आदि अगर प्रेमी के दिमाग की बंजर भूमि में खूबसूरत नाम न उगते हों यानी उसे ऐसे नाम न सूझते हों, तो उसे आशिकमिजाज किसी कवि या गीतकार से मदद लेनी चाहिए. कवियों और गीतकारों को युवतियों के बहुत सुंदरसुंदर नाम सूझते हैं. ये कवि और गीतकार बेहद आशिकमिजाज यानी रोमांटिक होते हैं. 

सुर्ख गुलाब जैसी, तीखी भौं व बड़ीबड़ी आंखों वाली, घनी, काली जुल्फों वाली, पतले होंठों एवं पतली कमर वाली ऊंचीलंबी कोई प्रेमिका हो, तब उस के रूपसौंदर्य की प्रशंसा करना कतई मुश्किल नहीं होता. हां, एक मुसीबत अवश्य होती है कि बला की खूबसूरत प्रेमिका को खुश रखना बहुत मुश्किल होता है. फिर भी उस से प्यार पाने हेतु, उसे खुश रखने की जीतोड़ कोशिश तो करनी ही पड़ती है. अत: हिम्मत व हौसले से उसे खुश रखने में जुट जाना चाहिए. प्रेमिका यदि खूबसूरत न हो तब भी दिल खोल कर उस के हुस्न की तारीफ करनी चाहिए, क्योंकि प्रेम दिल से किया जाता है और दिल किस पर कब फिदा हो जाए कहा नहीं जा सकता. 

वैसे भी मुहब्बत का तकाजा है कि कद्र और तारीफ गुणों की व योग्यता की होनी चाहिए. बाहरी सुंदरता से कहीं श्रेष्ठ होती है अंदरूनी सुंदरता. बाहरी तौर पर दिखने में सुंदरसलौनी प्रेमिका किसी बात पर नाराज हो कर अपने घर वालों से या पुलिस वालों से पिटवा दे या फिर गुंडेबदमाशों से हड्डीपसली तुड़वा दे तो दिन में तारे नजर आ जाते हैं. हिंदी कवि जयशंकर प्रसाद ने कहा भी है कि कटार यदि सोने की भी हो, तो उसे अपने सीने में भोंका नहीं जा सकता. इसलिए सोने की कटार जैसी आकर्षक व सुंदर मगर स्वभाव की तीखी प्रेमिका से बहुत सावधानी से प्रेम करना पड़ता है, निभाना पड़ता है. प्रेमी का हौसला और सीना फौलाद जैसा मजबूत होना चाहिए. 

प्रेमी को अपनी प्रेमिका की दिल खोल कर प्रशंसा करने के अलावा बटुआ, तिजोरी खोल कर या फिर बैंक, एटीएम से रुपए निकलवा कर या क्रैडिट कार्ड का उपयोग कर प्रेमिका की प्रत्येक ख्वाहिश, फरमाइश पूरी करने की कोशिश करनी चाहिए. कई आशिक अपनी माशूका को खुश रखने के लिए बैंकों में डाका डालते हैं. जेसीबी मशीन द्वारा एटीएम उखाड़ ले जाते हैं. जेबतराशी या चोरी करने का काम करते हैं. जेल जाने से डरते नहीं. कुछेक को तो फांसी पर चढ़ना भी कबूल होता है. शायद वे शादी के बाद की कैद या गुलामी भोगने से बचना चाहते हैं. किंतु गैरकानूनी ढंग अपना कर आशिकों को माशूकाओं की मुहब्बत, हासिल करने की अपेक्षा कानूनी व अच्छे ढंग अपनाने चाहिए. आशिक बेशक अपना जन्मदिन याद न रखे, लेकिन अपनी प्रेमिका का जन्मदिन कभी नहीं भूलना चाहिए. 

अपने पास पैसे न हों, तो भी किसी से उधार ले कर प्रेमिका को उस के जन्मदिन पर ‘हैप्पी बर्थडे टू यू’ कहते हुए कोई बढि़या उपहार भेंट करना चाहिए ताकि बदले में प्यार हासिल हो सके. माशूका के परिजनों की चिरौरीचाकरी करनी चाहिए. वे बेशक माने हुए ठग या बेईमान हों, दिल खोल कर, झूठी ही सही, उन की प्रशंसा करनी चाहिए. अब कई युवकयुवतियों के परिजन बहुत समझदारी से काम लेते हैं. वे धमकाते नहीं हैं. अदालत में प्रेमविवाह करने पर अपने युवा बेटेबेटियों को फोकट में अपना आशीर्वाद ही तो देना होता है. अत: हंसतेहंसते दे देते हैं. यों भी आजकल महगाई के कारण एक शादी पर बहुत रुपए खर्च हो जाते हैं. फिर मातापिता की खुशी व सहमति समाज की खुशी व सहमति से कहीं बढ़ कर होती है. 

आपसी समझबूझ, प्यार और स्नेह से प्रेमविवाह गारंटीड सफल होते हैं. हां, फैशन और प्रेमविवाह के दौर में गारंटी की परवा करता ही कौन है? इसलिए मनचाहा प्यार पाने की कोशिश करते रहना चाहिए. खुशीखुशी प्यार बांटते व लुटाते रहना चाहिए और अपनी प्रेमिका को खुश रखना चाहिए.

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