महिलाओं में कमरदर्द- 10 उपयोगी घरेलू नुस्ख़े

कमरदर्द महिलाओं की एक आम समस्या है. अनियमित माहवारी, माहवारी में रक्तस्राव की कमी या अधिकता कमरदर्द का एक प्रमुख कारण है. रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज़) के बाद भी महिलाओं में कमरदर्द की शिकायत पाई जाती है. स्त्री रोग, श्‍वेत प्रदर, रक्त प्रदर, कमर की हड्डियों के कमज़ोर होने से भी महिलाओं को कमरदर्द होता है. स्त्रियों को कमरदर्द चाहे किसी भी कारण से हो, इससे उनकी शारीरिक क्षमता और कामकाज प्रभावित होता है. इस दर्द के कारण स्त्री की मानसिक स्थिति भी प्रभावित होती है. वह दर्द के मारे बेहाल होकर चिड़च़िड़ी हो जाती है. बात-बात पर झुंझलाहट उसकी फ़ितरत बन जाती है.

* खसखस और कालीमिर्च दोनों को समान मात्रा में लेकर बारीक़ चूर्ण बनाकर रख लें. 10 ग्राम चूर्ण का सुबह-शाम गर्म दूध के साथ नियमित सेवन करें. इससे निश्‍चित ही कमरदर्द से राहत मिलती है.

* 150 ग्राम सरसों का तेल और 35 ग्राम देशी कपूर दोनों को मिलाकर शीशी में भरकर धूप में रख दें. जब कपूर पिघल जाए, तो इससे कमर पर हल्के हाथों से मालिश करें. ऐसा नियमित कुछ दिनों तक करने से कमरदर्द से छुटकारा मिल जाता है.

* 5 ग्राम की मात्रा में हल्दी के चूर्ण को फांककर ऊपर से मीठा दूध पीएं. इसका नियमित सुबह-शाम सेवन करें.

* कमरदर्द में नीम की पत्तियों के काढ़े से सेंक करने से लाभ होता है. नीम की कोमल पत्तियों को तोड़कर उसका काढ़ा (पानी में ख़ूब औंटाने से काढ़ा तैयार होता है) बना लें. इसके बाद रूई या साफ़ कपड़े को उक्त हल्के गरम का़ढ़े में भिगोकर दर्दवाले स्थान पर सेंक करें.

* बादाम के तेल से हर रोज़ कमर पर मालिश करें और सुबह बादाम की 5 गिरी (रात को पानी में भिगोकर सुबह छील लें) पीसकर दूध के साथ सेवन करते रहने से कमरदर्द दूर हो जाता है.

* 5 खजूर को उबालकर उसमें 2 ग्राम मेथी का चूर्ण डालकर नियमित पीने से कमरदर्द मिटता है.

* कमल ककड़ी के चूर्ण को दूध में उबालकर पीने से प्रदर दूर होता है और कमरदर्द से राहत मिलती है. कमरदर्द कितना ही पीड़ादायक हो, इसके सेवन से अवश्य लाभ होता है.

* अदरक का रस निकालकर उसे नारियल के तेल में मिलाकर गर्म करें. फिर उसे छानकर गुनगुना रहते हुए धीरे-धीरे मालिश करें. इससे महिलाओं को कमरदर्द से तुरंत राहत मिलेगी.

* धतूरे के हरे पत्तों को लेकर उसका 40 ग्राम रस निकालें. इसमें 3 ग्राम सेंधा नमक और थोड़ी-सी अफीम मिलाकर गर्म करें. फिर इसे उतारकर इससे कमर पर मालिश करें. 3-4 दिन तक ऐसा करने से कमरदर्द पूरी तरह ठीक हो जाता है.

* छुहारों की गुठली निकालकर उनमें शुद्ध गुग्गुल का चूर्ण बनाकर भर दें. फिर उनके ऊपर आटे का मोटा लेप लगाकर तेज़ आंच पर सेंके. जब वे जलने लगें, तो उन्हें आंच पर से उतार लें और ठंडा होने पर आटे को हटाकर छुहारे को गुग्गुल सहित पीसकर छोटी-छोटी गोलियां बनाकर रख लें. एक-एक गोली का सुबह-शाम मीठे गुनगुने दूध के साथ सेवन करें.

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